सावन का महीना 11 से होगा शुरू, भोलेनाथ को अर्पित करें ये फूल

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सावन की शुरुआत इस वर्ष अत्यंत शुभ संयोगों के साथ होगी। पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, प्रीति योग और आयुष्मान योग बन रहे हैं, जो सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करने वाले माने जाते हैं। सावन में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए क्या अर्पित करें।

 

 

 

 

 

 

 

 

हिंदू धर्म में सावन का महीना अत्यंत पावन, पुण्यदायी और भगवान शिव की आराधना के लिए विशेष महत्व रखता है। इस बार श्रावण मास का आरंभ 11 जुलाई शुक्रवार से हो रहा है। सावन की शुरुआत इस वर्ष अत्यंत शुभ संयोगों के साथ होगी। पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, प्रीति योग और आयुष्मान योग बन रहे हैं, जो सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करने वाले माने जाते हैं। सावन मास 11 जुलाई से 9 अगस्त तक रहेगा। इस बार श्रद्धालु भक्तों को चार सावन सोमवार का अवसर प्राप्त होगा। 9 अगस्त को सावन पूर्णिमा के साथ-साथ रक्षाबंधन का त्योहार भी मनाया जाएगा।

 

 

 

इन फूलों से करें भोलेनाथ की अराधना

चमेली के फूल- वाहन सुख के लिए
कनेर के फूल- सुंदर वस्त्रों की प्राप्ति के लिए
लाल धतूरा- पुत्र कामना के लिए
दूर्वा (दुब)- अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए
कमल, शंखपुष्प व बेलपत्र- आर्थिक लाभ के लिए भगवान शिव को अर्पित करें।

सनातन परंपरा के अनुसार तिथि की गणना उदया तिथि के आधार पर की जाती है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सावन मास की शुरुआत 10 जुलाई की मध्यरात्रि 1:48 बजे से मानी जा रही है। इसलिए इसका आरंभ 11 जुलाई को होगा। देवों के देव महादेव को सावन महीना अत्यंत प्रिय है। मान्यता है कि इस माह में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। पूरे महीने शिवालयों में भक्तों का सैलाब उमड़ता है, विशेषकर सोमवार के दिन, जब भक्त उपवास रखते हैं और दूध, जल, बेलपत्र, धतूरा आदि से भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। ज्योतिषाचार्य मनोहर आचार्य के अनुसार सावन सोमवार का व्रत रखने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। इस बार का पहला सोमवार अत्यंत शुभ है क्योंकि उस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है, जो सभी कार्यों में सफलता दिलाता है। प्रीति योग प्रेम और संबंधों को मजबूत करता है, वहीं आयुष्मान योग दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य देने वाला है।

सावन माह की विशेष तिथियां तिथि-अवसर-

दिन 11 जुलाई- सावन आरंभ, तीन शुभ योग-शुक्रवार

14 जुलाई-पहला सोमवार
21 जुलाई-दूसरा सोमवार
28 जुलाई-तीसरा सोमवार
4 अगस्त-चौथा व अंतिम सोमवार
9 अगस्त-सावन पूर्णिमा, रक्षाबंधन

देशभर के शिव मंदिरों में जहां सावन में विशेष पूजन और जलाभिषेक का आयोजन होता है। भक्त सुबह से ही जल कलश लेकर मंदिरों की ओर रवाना होते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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